सौमित्र कई बार विवादों में रह चुके हैं. विवादित पोस्ट के चलते ही बीजेपी ने इन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था. इस बार वह आईआईएमसी के प्रोफेसर नियुक्त होने के बाद से फिर से चर्चा में बने हुए हैं.
महात्मा गांधी को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता बताने वाले मध्य प्रदेश बीजेपी आईटी सेल के पूर्व प्रमुख अनिल कुमार सौमित्र को एक नई जिम्मेदारी मिली है. अब उन्हें पत्रकारिता संस्थान इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन (आईआईएमसी) का प्रोफेसर के पद पर नियुक्त किया गया है. हालांकि इसे लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है.
बता दें कि पिछले साल मई में मध्य प्रदेश बीजेपी आईटी सेल का प्रमुख रहते हुए अनिल कुमार सौमित्र ने एक फेसबुक पोस्ट करते हुए लिखा था कि "गांधी राष्ट्रपिता तो थे पर पाकिस्तान के, देश के पास उनके जैसे करोड़ों बेटे थे, कुछ काबिल कुछ नालायक" इस पोस्ट के बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी. सोशल मीडिया पर भी लोगों ने सौमित्र को लेकर भाजपा से सवाल खड़े किए थे. इसके बाद किरकिरी होती देख भाजपा ने उन्हें पद से हटा दिया था. भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित करते हुए कहा था कि "सौमित्र का फेसबुक पोस्ट पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों के खिलाफ है. इससे भाजपा की छवि भी धूमिल हुई है"
जानकारी के मुताबिक 60 लोगों का इंटरव्यू होने के बाद अनिल सौमित्र को नियुक्त किया गया है. इसके लिए उन्हें बीते 20 अक्टूबर को ही नियुक्ति पत्र दिया गया था. जिसमें कहा गया कि उनकी नियुक्ति इंटरव्यू के आधार पर हुई है, और वह दो साल तक प्रोबेशन पीरियड पर रहेंगे.
इस बारे में न्यूज़लॉड्री ने जब आईआईएमसी के महानिदेशक संजय द्विवेदी से फोन पर बात की तो उन्होंने "साफ कह दिया कि मुझे इस बारे में कोई बात नहीं करनी है, नो कमेंट." वहीं हमने इस मामले में अनिल कुमार सैमित्र से भी संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनका सुबह से ही फोन स्विच ऑफ है.