पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाइ कुरैशी से बातचीत.
एनएल इंटरव्यू में इस बार पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाइ कुरैशी से बातचीत हुई. इस बातचीत का ज़रिया देश में जारी एक देश-एक चुनाव की बहस बनी. संयोग यह रहा कि इसी दरम्यान एसवाइ कुरैशी की किताब ‘इंडियाज एक्सपेरिमेंट विद डेमोक्रेसीः द लाइफ ऑफ ए नेशन थ्रू इट्स इलेक्शन’ भी रिलीज़ हुई. ‘एक देश, एक चुनाव’ की संभावना, इलेक्टोरल बॉन्ड की समस्या और समाधान, राइट टू रिकॉल, मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए राज्यसभा में पेश बिल, पेड न्यूज़ की समस्या और समाधान जैसे विषयों पर विस्तार से बातचीत हुई.
‘एक देश, एक चुनाव’ की संभावना पर बात करते हुए कुरैशी कहते हैं, ‘एक देश, एक चुनाव’ के विचार के लिए कोई एक उत्तर देना संभव नहीं है. इसमें कुछ फायदे हैं और नुकसान भी हैं.
वहीं, इलेक्टोरल बॉन्ड की गोपनीयता पर कुरैशी कहते हैं कि ये उनकी समझ से बाहर है कि ऐसा क्यों किया गया. इस दौरान उन्होंने तत्कालीन वित्तमंत्री अरुण जेटली का भी एक जिक्र किया था.
इसके अलावा भी कुरैशी ने बाकी सवालों का बड़ी बेबाकी से जवाब दिया. सुनिए पूरी बातचीत जल्द ही न्यूज़लॉन्ड्री पर.
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